OPINION: टेलिकॉम रिटेल और अब ब्रॉडबैंड से कंज़्यूमर फ्रेंडली बनता रिलायंस इंडस्ट्रीज़
रिलायंस इंडस्ट्री का ध्यान अब युवाओं पर है इसलिए कंपनी इन्हीं से जुड़े कारोबार पर अधिक ध्यान दे रही है. यहीं कारण है कि पहले कंपनी को जहां इनसे जुड़े व्यवसाय से 2 प्रसेंट मार्जिन मिलता था वो एक ही साल में बढ़कर 13 प्रसेंट हो गया.
सांकेतिक तस्वीर
News18Hindi
Updated: July 6, 2018, 11:24 AM IST
(सिन्धु भट्टाचार्य)Updated: July 6, 2018, 11:24 AM IST
टेलिकॉम और रिटेल, भारत के दो बड़े और सबसे मूल्यवान निजी क्षेत्र के उद्यम, दोनों ही क्षेत्रों में रिलायंस इंडस्ट्री आने वाले वक्त में भारी निवेश करने वाली है, इसके साथ ही हाइड्रोकार्बन व्यवसाय का विकास जारी रहेगा.
रिलायंस इंडस्ट्री का ध्यान अब युवाओं पर है. इसलिए कंपनी इन्हीं से जुड़े कारोबार पर अधिक ध्यान दे रही है. यहीं कारण है कि पहले कंपनी को जहां इनसे जुड़े व्यवसाय से 2 पर्सेंट मार्जिन मिलता था, वो एक ही साल में बढ़कर 13 पर्सेंट हो गया.
तेजी से बढ़ते पैमाने पर परिवर्तन का काफी श्रेय टेलिकॉम उद्यम को जाना चाहिए, जिसे लगभग 24 महीने पहले शुरू किया गया था. ग्राहक आधार और सेवा मानकों के संदर्भ में रिलायंस जियो इन्फोकॉम वैश्विक स्तर का है और निश्चित रूप से ब्रॉडबैंड बाजार में इसकी एंट्री इसके विकास को रफ्तार देगी.
गुरुवार को एजीएम में बोलते हुए आरआईएल के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि ऑप्टिकल फाइबर आधारित फिक्स्ड लाइन ब्रॉडबैंड भविष्य है, यह घरों में ऑप्टिकल फाइबर केबल के जरिए 100 एमबीपीएस की शुरुआती स्पीड से इंटरनेट सेवा देगा और छोटे व्यवसाइयों के महत्व को बढ़ाएगा.
विश्लेषकों ने इस कदम का स्वागत किया, क्योंकि ब्रॉडबैंड बाजार अभी "शुरुआती दौर" में है आरजीओ का आगमन निश्चित तौर पर कई चीजों को बदल देगा. मूल्य निर्धारण एक मुश्किल हो सकती है, हालांकि यह सेवा 15 अगस्त से शुरू हो जाएगी.
ब्रोकरेज मॉर्गन स्टेनली ने ग्राहकों को एक नोट में कहा था कि दिसंबर 2017 तक चीन में 85% की तुलना में भारत में 7 पर्सेंट ब्रॉडबैंड (फाइबर 0.5% से कम) है. यह आंकड़ा आरजेओ के लिए एक बड़ा अवसर है.
मॉर्गन स्टेनली के विश्लेषकों ने कहा, 'Rjio अगले कुछ महीनों में FTTH सेवाओं को लॉन्च करने की योजना बना रहा है और कुछ स्थानों पर बीटा परीक्षण शुरू किया है. इसने 400K RKm को एक्सपैंड किया है और विस्तार कर रहा है. इसके अलावा, यह एंटरप्राइज सेगमेंट में कनेक्टिविटी के साथ-साथ इसके आसपास के व्यावसायिक समाधानों में प्रवेश करना चाहता है.'
ब्रोकरेज के विश्लेषक मोतीलाल ओसवाल ने कहा कि Rjio का ध्यान वर्तमान में FTTH पर है, लेकिन बाद में यह उद्यम व्यवसाय में तब्दील हो जाएगा. Rjio में 270,000 साइटें हैं, ब्रॉडबैंड कवरेज को पूरा होने के लिए 1-2 साल लगेंगे और जियो में 10 से अधिक पेटाबाइट क्षमता पहले से ही दो साल में दोगुनी होने की उम्मीद है. प्रतिस्पर्धी भारती एयरटेल की 30% साइटें फाइबरकृत हैं, इसमें पांच पेटाबाइट क्षमता है और साल में केवल सात पेटाबाइट तक पहुंचने की उम्मीद है.
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