Monday, July 30, 2018

Ind vs Eng: स्पिनर आदिल राशिद के इंग्‍लैंड की टेस्‍ट टीम में चयन पर यह बोले एलिस्‍टर कुक

कुक ने कहा, ‘वनडे मैचों में आदिल जिस तरह खेल रहा था और गेंदबाजी कर रहा था उसे देखते हुए यह चयन स्वाभाविक लगता है. वह शानदार गेंदबाजी कर रहा था लेकिन मुझे पता है कि अलग प्रारूप में.’ उन्होंने कहा, ‘उसने (आदिल ने) अपने वनडे कौशल पर काफी मेहनत की है और पिछली दो सीरीज से शानदार गेंदबाजी कर रहा है. उसे इंग्लैंड की ओर से खेलने के लिए चुना गया है तो बेहद सम्मान की बात है.

Alastair Cook Backs Adil Rashid To Handle Pressure Of India Test
राशिद को भारत के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज के पहले टेस्ट के लिए इंग्लैंड टीम में चुना गया है

बर्मिंघम:
इंग्लैंड के ओपनर और पूर्व कप्तान एलिस्टर कुक ने आदिल राशिद के टेस्‍ट टीम में चयन को लेकर छिड़ी बहस को सिरे से खारिज कर दिया है कुक ने कहा कि राशिद का चयन स्वाभाविक था और चयनकर्ताओं ने भारत के खिलाफ पहले टेस्ट के लिए इस स्पिनर को चुनकर ‘साहसिक फैसला’ किया है. मौजूदा काउंटी सत्र से पूर्व लाल गेंद के क्रिकेट को अलविदा कहने और सितंबर से प्रथम श्रेणी क्रिकेट नहीं खेलने के बावजूद राशिद को भारत के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज के पहले टेस्ट के लिए इंग्लैंड की टीम में चुना गया है. पिछले पांच दिनों चयनकर्ताओं के इस फैसले को लेकर जमकर बहस छिड़ी हुई है. इंग्‍लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वान और नासिर हुसैन ने चयनकर्ताओं के फैसले की आलोचना की है.
IND VS ENG: रवि शास्त्री ने किया ऋषभ पंत का समर्थन, मिलेगा बीच सीरीज में मौका?
 कुक ने कहा, ‘वनडे मैचों में आदिल जिस तरह खेल रहा था और गेंदबाजी कर रहा था उसे देखते हुए यह चयन स्वाभाविक लगता है. वह शानदार गेंदबाजी कर रहा था लेकिन मुझे पता है कि अलग प्रारूप में.’ उन्होंने कहा, ‘उसने (आदिल ने) अपने वनडे कौशल पर काफी मेहनत की है और पिछली दो सीरीज से शानदार गेंदबाजी कर रहा है. उसे इंग्लैंड की ओर से खेलने के लिए चुना गया है तो बेहद सम्मान की बात है.’ कुक ने कहा, ‘यह असमान्य है इसलिए ऐसा पहले नहीं हुआ. मुझे नहीं लगता कि आगे चलकर भी यह काफी बार होगा.’ उन्होंने कहा, ‘बेशक एड स्मिथ (मुख्य चयनकर्ता) ने कहा कि उसे लाल गेंद से क्रिकेट खेलना होगा (भविष्य में चुने जाने के लिए) और मुझे लगता है कि यह सही है. लेकिन कभी कभी आसाधारण हालात में चयन आपकी पसंद से अलग जाता है और बेशक एड और चयनकर्ताओं ने साहसिक फैसला किया है.
चेले विराट कोहली की विफलता का कोच राजकुमार ने कुछ 'ऐसे' किया बचाव
भारतीय गेंदबाजी के बारे में कुक का मानना है कि इसके तेज गेंदबाजी आक्रमण में विविधता है और वह धारदार है जैसा कि पहले नहीं हुआ करता था. कुक ने कहा, ‘मैंने पिछले दस वर्षों में उन्हें खेला है. उनके पास पहले पांच या छह अलग-अलग तरह के तेज गेंदबाजों को खिलाने का विकल्प नहीं था. मैंने अतीत में जो अनुभव किया यह उससे भिन्न है लेकिन अगले छह सप्ताह में हम देखेंगे.’भारत के लिए शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों का खराब फॉर्म चिंता का विषय है लेकिन कुक ने शिखर धवन और चेतेश्वर पुजारा का समर्थन करते हुए कहा कि वे सीरीज में अच्छा प्रदर्शन करेंगे.
Share:

जिस लड़की को दिया PM Narendra Modi ने ऑटोग्राफ, उसके पास आ रहे हैं शादी के Proposal

19 साल की रीता मुडी नाम की लड़की की किस्तमत अचानक बदल गई. अब वो आम लड़की नहीं काफी स्पेशल बन चुकी हैं. क्योंकि उनके पास नरेंद्र मोदी का ऑटोग्राफ है. लोग उनसे मिलने के लिए आ रहे हैं. यही नहीं, कुछ लोग से उनसे शादी करना चाहते हैं.

 Share
ईमेल करें
1टिप्पणियां
जिस लड़की को दिया PM Narendra Modi ने ऑटोग्राफ, उसके पास आ रहे हैं शादी के Proposal
पीएम नरेंद्र मोदी के ऑटोग्राफ के कारण रीता के पास आ रहे हैं शादी के रिश्ते.
19 साल की रीता मुडी नाम की लड़की की किस्तमत अचानक बदल गई. अब वो आम लड़की नहीं काफी स्पेशल बन चुकी हैं. क्योंकि उनके पास नरेंद्र मोदी का ऑटोग्राफ है. लोग उनसे मिलने के लिए आ रहे हैं. यही नहीं, कुछ लोग से उनसे शादी करना चाहते हैं. उनके पास कई शादी के प्रपोजल आ रहे हैं. 16 जुलाई को रीता अपनी मां के साथ मिदनापुर में नरेंद्र मोदी का भाषण सुनने गई थीं. भाषण के दौरान पंडाल का एक हिस्सा गिर गया, जिससे कम से कम 67 BJP कार्यकर्ता घायल हो गए.

PM मोदी की रैली में गिरा पंडाल का एक हिस्सा, घायलों से मिलने अस्पताल पहुंचे प्रधानमंत्री

घटना को देखते ही प्रधानमंत्री ने उनकी सुरक्षा में तैनात SPG कर्मियों से घायलों की मदद करने के लिए कहा और ज़ख्मी लोगों को मोटर साइकिलों तथा PM की एम्बुलेंस में अस्पताल पहुंचाया गया. रैली के तुरंत बाद PM स्वयं इन कार्यकर्ताओं को देखने अस्पताल पहुंचे.

केंद्र ने मोदी की रैली में पंडाल गिरने की घटना पर पश्चिम बंगाल सरकार से रिपोर्ट मांगी

1टिप्पणियां
पीएम मोदी ने न सिर्फ रीता का हाल-चाल लिया बल्कि उन्हें ऑटोग्राफ भी दिया. रीता ने कहा- 'उस दिन अस्पताल में जब पीएम मेरे बेड के पास पहुंचे तो मुझे बहुत खुशी हुई. मैंने उनको बताया कि मैं कितनी खुश हूं.' मिलने पर रीता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ऑटोग्राफ की गुजारिश की. बिना सोचे समझे पीएम मोदी ने उन्हें ऑटोग्राफ दे दिया. उन्होंने ऑटोग्राफ देते हुए लिखा- 'रीता मुडी तुम सुखी रहो.' 
Share:

हेलमेट पहनने पर पुलिस ने दिया गुलाब, पत्नी को हुआ अफेयर का शक, फिर...

UP, Lucknow: भारत में ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए ट्रैफिक पुलिस नए-नए आइडिया लाती है. लखनऊ ट्रैफिक पुलिस के गुलाब देने से एक घर में महाभारत हो गई.

 Share
ईमेल करें
0टिप्पणियां
हेलमेट पहनने पर पुलिस ने दिया गुलाब, पत्नी को हुआ अफेयर का शक, फिर...
हेलमेट पहनने पर पुलिस ने गुलाब दिया, पत्नी को शक हुआ कि पति का चल रहा अफेयर.
UP, Lucknow: भारत में ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए ट्रैफिक पुलिस नए-नए आइडिया लाती है. जैसे बेंगलुरु ट्रैफिक पुलिस ने यमराज का सहारा लेते हुए लोगों को ट्रैफिक नियम बताने की कोशिश कर रही है. मुंबई पुलिस सोशल मीडिया का सहारा लेकर लोगों को जाग्रुक करती है. सोशल मीडिया वायरल तस्वीरें और वीडियोज का सहारा लेकर वो मीम्स बनाते हैं और मजेदार तरीके से लोगों को ट्रैफिक रूल्स बताते हैं. वहीं अब यूपी की लखनऊ पुलिस ने ट्रैफिक व्यवस्था को सुधानरे के लिए गुलाब का आइडिया अपनाया है. लेकिन लखनऊ ट्रैफिक पुलिस के गुलाब देने से एक घर में महाभारत हो गई. लखनऊ पुलिस ने एक शख्स को हेलमेट पहनने पर गुलाब दिया गया. जैसे ही हाथ में गुलाब का फूल लेकर घर पहुंचा तो पत्नी को शक हुआ कि पति का बाहर कहीं अफेयर चल रहा है.

क्या गर्लफ्रेंड या बॉयफ्रेंड ने आपको किया है Cheat? फिर भरोसा करने से पहले पढ़ें ये 5 बातें


शख्स का नाम मोहम्मद दानिश बताया जा रहा है. दानिश की पत्नी को शक था कि पति का बाहर कहीं अफेयर चल रहा है. जिसके बाद जैसे ही लाल गुलाब का फूल हाथ में देखा तो पत्नी आग बबूला हो गई और झगड़ा करने लगी. दानिश ने कई बार पत्नी को समझाने की कोशिश की. लेकिन वो नहीं मानी, पूरे दिन लड़ाई चलती रही. पत्नी का मानना था कि आखिर पुलिस क्यों गुलाब देने लगी. पूरे दिन झगड़ा होने के बाद दानिश पुलिस के पास पहुंचा. ताकी पुलिस पत्नी को सारी हकीकत बता सके. वो इंस्पेक्टर प्रेम शाही के पास पहुंचा और पूरी कहानी सुनाई.
Share:

फोटोग्राफर ने क्लिक की प्रेमी जोड़े की KISS करते हुए फोटो, मच गया पूरे देश में बवाल

Dhaka: बांग्लादेश के एक जाने माने फोटोग्राफर को उसकी विवादित तस्वीर के कारण नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है. फोटोग्राफर ने कहा कि वह ‘अमानवीय क्रूरता’ का शिकार हुआ है.

 Share
ईमेल करें
0टिप्पणियां
फोटोग्राफर ने क्लिक की प्रेमी जोड़े की KISS करते हुए फोटो, मच गया पूरे देश में बवाल
वायरल फोटो को लेकर बांग्लादेश का फोटोग्राफर बर्खास्त.
Bangladesh, Dhaka: बांग्लादेश के एक जाने माने फोटोग्राफर को उसकी विवादित तस्वीर के कारण नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है. फोटोग्राफर ने कहा कि वह ‘अमानवीय क्रूरता’ का शिकार हुआ है. फोटोग्राफर ने प्रेमी जोड़े की KISS करते हुए तस्वीर खिंची थी जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गयी और इस तस्वीर ने मुस्लिम बहुल देश में विवाद खड़ा कर दिया. ‘पुर्बोपोश्चिमबीडी न्यूज पोर्टल’ ने कहा कि विवादित तस्वीर जिबॉन अहमद द्वारा उतारे जाने के संदेह होने के कारण अब वह कंपनी के लिये ‘‘काम करने के योग्य’’ नहीं है.

मॉल में पानी से खेल रही थी बच्ची, शार्क आई और चबा लिया हाथ, देखें Shocking Video

अहमद ने इसका विरोध किया और अपनी बेकसूरी साबित करने के लिये उन्होंने जोर देकर कहा कि उनके पास इस बात के सबूत हैं कि यह तस्वीर अचानक ली गयी थी. इस तस्वीर के कारण अन्य फोटोग्राफरों ने उसकी पिटाई भी की. एक फेसबुक पोस्ट में अहमद ने कहा कि इस ‘‘प्रभावशाली’’ तस्वीर के कारण उसके साथ ‘‘अमानवीय बर्ताव’’ किया गया.

सपना चौधरी के गाने पर गीता फोगट के पति ने लगाए ठुमके, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल


उसने कहा, ‘‘मैं कभी नहीं सोचता था कि एक तस्वीर से इतनी कहानियां बन जायेंगी. आज इस तस्वीर के कारण सोशल और मुख्यधारा की मीडिया में मेरे बारे में सच्ची-झूठी कहानियों की बाढ़ आ गयी है. फोटोग्राफर ने ढाका यूनीवर्सिटी परिसर की सीढ़ियों पर बारिश के मौसम में चुंबन करते एक जोड़े की तस्वीर उतारी थी. उसने इस तस्वीर को फेसबुक पर पोस्ट किया और लिखा, ‘‘बारिश के तराने : प्यार को आजाद रहने दो’’. न्यूज पोर्टल ने भी इसी कैप्शन को इस्तेमाल किया.

अदा शर्मा ने नागिन लुक में लिया #KikiChallenge, जानिए आखिर क्यों चलती कार से उतर कर नाच रहे हैं लोग

फोटो जल्द ही बांग्लादेश में वायरल हो गयी. बहरहाल सामाजिक आजादी की ओर इशारा करती इस तस्वीर की सोशल मीडिया पर खूब तारीफ हुई. हालांकि कुछ रूढ़िवादियों ने सवाल उठाये कि इस फोटो ने बांग्लादेश की सामाजिक सभ्यता की परंपरा को तोड़ा है. मीडिया टिप्पणीकारों ने पूछा कि क्या अहमद ने इस तस्वीर को उतारने से पहले जोड़े की इजाजत ली थी. बहरहाल अहमद ने कहा कि कुछ फोटोग्राफरों ने इस तस्वीर को लेकर उससे मारपीट की. तस्वीर प्रकाशित होने के बाद ‘पूरबोपश्चिमबीडी’ ने एक लेख लिखकर बताया कि यह तस्वीर ‘‘पूर्वनियोजित’’ थी और फोटोग्राफर ने इसके लिये ‘‘माफी’’ मांग ली है.

बारिश के कारण रोड बन गई नदी तो महिला ने बतख को घुमाया, देखें Viral Video

0टिप्पणियां
पोर्टल की संपादक खुजिस्ता नूर-ए-नाहरीन ने कहा कि कंपनी ने अहमद को उसके साथ कथित तौर पर मारपीट करने वाले फोटोग्राफरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिये कहा है। हालांकि वह इस मुद्दे पर चर्चा के लिये नहीं आया. अहमद ने अपने नियोक्ता की बात को खारिज किया और कहा कि उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है. उसने जोर देकर कहा कि उसके पास सबूत है कि यह तस्वीर ‘‘स्वाभाविक’’ है. बहरहाल तस्वीर में दिख रहे युगल ने इसे लेकर कोई आपत्ति नहीं जतायी है.
Share:

इस देश में हुई इतनी बारिश कि खराब हो गए कई Apple फोन, अब कंपनी करेगी मुफ्त मरम्मत

एप्पल बाढ़ प्रभावित जापानी यूजर्स के आईफोन्स, आईपैड्स, आईपॉड्स, मैक कंप्यूटर्स, एप्पल वॉचेज और एप्पल के डिस्प्ले की मुफ्त मरम्मत करेगा.

 Share
ईमेल करें
0टिप्पणियां
इस देश में हुई इतनी बारिश कि खराब हो गए कई Apple फोन, अब कंपनी करेगी मुफ्त मरम्मत
जापान : एप्पल बाढ़ पीड़ितों के उत्पादों की मुफ्त मरम्मत करेगा
एप्पल बाढ़ प्रभावित जापानी यूजर्स के आईफोन्स, आईपैड्स, आईपॉड्स, मैक कंप्यूटर्स, एप्पल वॉचेज और एप्पल के डिस्प्ले की मुफ्त मरम्मत करेगा, जो इस महीने की शुरुआत में देश के पश्चिमी हिस्से में हुई मूसलाधार बारिश से प्रभावित हुए हैं. जापान टाइम्स की रपट में सोमवार को कहा गया है कि अगर उनके गैजेट बारिश और बाढ़ के कारण खराब हो गए हैं, जिसे ठीक किया जा सकता है, तो वे इस मुफ्त सेवा का लाभ उठा सकते हैं.

इतिहास में 29 जून: आज ही के दिन एप्पल ने लॉन्‍च किया था अपना पहला आईफोन

केलिफोर्निया की कपर्टिनो स्थित मुख्यालय वाली प्रौद्योगिकी दिग्गज ने सितंबर के अंत तक मुफ्त मरम्मत सेवा प्रदान करने का फैसला किया है. यह ऑफर केवल निजी यूजर्स के लिए हैं, कंपनियां या एप्पल के उत्पाद बेचनेवाले स्टोर्स इसका लाभ नहीं उठा पाएंगे. रपट में कहा गया है कि आपदा राहत अधिनियम के तहत केंद्र सरकार द्वारा समर्थित नगर पालिकाओं के निवासियों के लिए यह ऑफर है.

iPhone X दो हफ्ते नदी में पड़ा रहा फिर भी नहीं आई कोई दिक्कत

0टिप्पणियां
क्योडो न्यूज के मुताबिक पश्चिमी जापान में लोग मूसलाधार बारिश से बाढ़ और भूस्खलन सहित विभिन्न आपदाओं का सामना कर रहे हैं और इससे कम से कम 224 लोगों की मौत हो गई है.
Share:

मराठा आंदोलन : पुणे में रेल रोकी गई, सांगली और सोलापुर में बसें जलाईं

महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग, मुंबई और उसके आसपास के इलाकों में शांति के हालात

 Share
ईमेल करें
0टिप्पणियां
मराठा आंदोलन : पुणे में रेल रोकी गई, सांगली और सोलापुर में बसें जलाईं
प्रतीकात्मक फोटो.

खास बातें

  1. तीन विधायकों ने मराठा आरक्षण के पक्ष में इस्तीफे की पेशकश की
  2. मुख्यमंत्री देवेंन्द्र फड़णवीस ने अपने निवास पर मंत्रियों की बैठक बुलाई
  3. एमएनएस प्रमुख ने मराठा आरक्षण पर फड़णवीस के ढुलमुल रैवये की निंदा की
प्रमोटेड
मुंबई: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर बुधवार को हुई हिंसा के बाद गुरुवार को मुंबई और उसके आसपास के इलाकों में भले ही शांति है लेकिन कुछ जिलों में आज भी आंदोलन जारी है. पुणे में आंदोलनकारियों ने रेल रोकी, तो सांगली और सोलापुर में बसों में आग लगा दी. औरंगाबाद में भी शांतिपूर्वक आंदोलन जारी है.

राज्य के अलग-अलग पार्टियों के तीन विधायक अब तक मराठा आरक्षण के पक्ष में इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं. इस बीच खबर है कि मुख्यमंत्री देवेंन्द्र फड़णवीस ने रात में अपने निवास पर मंत्रियों की बैठक बुलाई है. शिवसेना के बाद एमएनएस प्रमुख ने मराठा आरक्षण पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस के ढुलमुल रैवये की निंदा की है.



आरक्षण देने की मांक को लेकर मराठा समुदाय के बंद के दौरान बुधवार को हिंसा हुई थी. प्रदर्शनकारियों ने नवी मुंबई तथा सतारा जिले में पुलिसकर्मियों पर पत्थर फेंके जिससे तीन जवान घायल हो गए. बाद में नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण के समर्थन में आंदोलन का नेतृत्व कर रहे ‘मराठा क्रांति मोर्चा’ ने मुंबई बंद वापस ले लिया. मुंबई में बुधवार को सुबह शुरू हुआ बंद विभिन्न भागों में हिंसा होने के बाद अपराह्न तीन बजे से पहले वापस ले लिया गया.
Share:

मुंबई : भोजपुरी फिल्मों में अश्लीलता का विरोध, कड़ा कानून लाने की मांग

भोजपुरी फिल्मों में बढ़ती अश्लीलता पर पूर्वांचल विकास प्रतिष्ठान ने नाराजगी जाहिर की, मुंबई में हुई सभा में महाराष्ट्र डांस बार एक्ट की तरह कड़ा कानून लाने की मांग की गई

 Share
ईमेल करें
0टिप्पणियां
मुंबई : भोजपुरी फिल्मों में अश्लीलता का विरोध, कड़ा कानून लाने की मांग
भोजपुरी फिल्मों में अश्लीलता के विरोध में मुंबई में पूर्वांचल विकास प्रतिष्ठान ने सभा आयोजित की.

खास बातें

  1. यूपी, बिहार और झारखंड के मुख्यमंत्रियों से कड़ा कानून बनाने की मांग
  2. अश्लीलता के विरोध में महाराष्ट्र के दो पूर्व मंत्री भी आगे आए
  3. 26 अगस्त को बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में आयोजित होगी जनसभा

मुंबई: भोजपुरी फिल्मों में बढ़ती अश्लीलता, द्विअर्थी गीत और संवादों का विरोध शुरू हो गया है. इसको लेकर पूर्वांचल विकास प्रतिष्ठान ने नाराजगी जाहिर की है. मुंबई में हुई एक सभा में भोजपुरी इंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में छाई अश्लीलता को रोकने के लिए महाराष्ट्र डांस बार एक्ट की तरह एक कड़ा कानून लाने की मांग की गई.

पूर्वांचल विकास प्रतिष्ठान के सर्वेश सिंह ने बताया कि मुंबई के मलाड उपनगरीय इलाके के नवजीवन हाई स्कूल में एक सभा का आयोजन किया गया. पूर्वांचल विकास प्रतिष्ठान ने यह सभा बुलाई थी, जो कि पूर्वांचल में आर्थिक-औद्योगिक विकास और सांस्कृतिक बदलाव लाने के काम में जुटा है. सभा में फैसला लिया गया कि उत्तर प्रदेश और बिहार सहित झारखंड के मुख्यमंत्री से मांग की जाएगी कि भोजपुरी इंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में छाई अश्लीलता को रोकने के लिए महाराष्ट्र डांस बार एक्ट की तरह एक कड़ा कानून लाया जाए.

यह भी पढ़ें : Bhojpuri Film Award: मलेशिया में होगा आयोजन, अश्लीलता खत्म करना रहेगा उद्देश्य

उन्होंने बताया कि सभा में मुख्यमंत्रियों को दिए जाने वाले कड़ा कानून लाने के प्रतिवेदन पर विचार किया गया. सभा में जानकारी दी गई कि अश्लीलता को रोकने के लिए पूर्वांचल में जनसभाएं आयोजित करके ज्ञापन पर 10 लाख से अधिक लोगों के दस्तखत कराने का काम शुरू कर दिया गया है. अगले तीन माह में 20 से अधिक जनसभाएं आयोजित की जाएंगी. सेंसर बोर्ड से भी मांग की जा रही है कि भोजपुरी फिल्मों के लिए सेंसर के नियम कड़े किए जाएं और 'ए' सर्टिफिकेट की फ़िल्में पास न की जाएं.   
 
83p4gju

पूर्वांचल विकास प्रतिष्ठान के सचिव व वरिष्ठ पत्रकार ओम प्रकाश ने सभा में कहा कि  ``दुनिया की सबसे मीठी बोली इन दिनों अश्लीलता का पर्याय बन गई है. मर गए वे रोपनी-बोवनी - कटनी के गीत,  खो गए कजरी और फाग, लुप्त हो गई विद्यापति और भिखारी ठाकुर की परंपरा..रामलीला और रासलीला भी ऑर्केस्ट्रा के नीचे दब रहे हैं. भाषा-साहित्य, रहन-सहन, परंपरा, नैतिकता, मर्यादा  सभी पर बुरा असर पड़ रहा है. प्रदर्शनकारी कलाओं की हमारी बहुत विशाल धरोहर भी ख़त्म हो रही है. औरतों की गरिमा,मान-मर्यादा , सुरक्षा सब पर खतरा है. भूलने की बात है कि डेढ़ -दो साल की बच्चियों तक से बलात्कार की खबरें सामने आती हैं? बच्चे, युवा, किशोर यौन अपराधों में लिप्त पाए जाते हैं? अश्लीलता ने लैंगिक समता, समानता, संवेदीकरण आदि की सारी संवैधानिक संकल्पनाओं को खा लिया है. पूर्वांचल के कुछ क्षेत्र पहले से अश्लीलता प्रभावित रहे हैं. इस आंधी ने उसे तूफ़ान में बदल दिया है. आईपीसी और पुलिस एक्ट में अश्लीलता रोकने के कुछ फौरी प्रावधान हैं, लेकिन प्रशासन उन पर समुचित अमल नहीं कर रहा है.''

यह भी पढ़ें : सोनपुर मेले में थियेटरों को नहीं मिला लाइसेंस तो महिला डांसरों ने किया हंगामा

सभा को सम्बोधित करते हुए महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्यमंत्री कृपाशंकर सिंह ने कहा ``चुप रहने का वक्त नहीं है. अश्लीलता मानवीय मूल्यों और मानवीय संवेदना के खिलाफ है. इसे रोकने के लिए सरकार और समाज दोनों को आगे आना होगा.''  पद्मश्री शोमा घोष ने कहा ``यौन कुंठा की अभिव्यक्ति हो रही है. महिलाओं पर नए सिरे से हमला किया जा रहा है और बच्चों का भी भविष्य खराब किया जा रहा है. पूर्व मंत्री चंद्रकांत त्रिपाठी ने कहा ``फूहड़ता की पराकाष्ठा हो गई है. संस्कार खत्म हो रहे हैं. आंखों की शर्म खत्म हो रही है. इसका प्रतिकार किया जाना चाहिए.''  इसके अलावा एनसीपी माइनॉरिटी सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद जलालुद्दीन, फिल्म पत्रकार सरिता सिंह, भाजपा नेता सुमिता सुमन सिंह,

उत्तर क्षेत्रीय महिला मंच की उपाध्यक्ष सुनीता सिंह, अधिवक्ता राकेश सिंह, मुंबई कांग्रेस के उपाध्यक्ष जयप्रकाश सिंह, अभिनेता कुणाल और विधायक प्रकाश सुर्वे ने भी सभा को संबधित किया. 
Share:

BJP नेता बोले- सरकार बनी तो पश्चिम बंगाल में भी NRC, होगी घुसपैठियों की पहचान

लोकसभा में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इस मामले में सरकार का कोई दखल नहीं है और सब कुछ सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर हो रहा है. उन्होंने कहा कि असम की जो लिस्ट आई है वह अंतिम नहीं है और सभी को 28 अगस्त के बाद अपनी बात कहने का मौका मिलेगा.
बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष

कोलकाता, 30 जुलाई 2018, अपडेटेड 20:09 IST

असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर का दूसरा ड्राफ्ट आने पर अभी सियासत थमी भी नहीं है कि भारतीय जनता पार्टी ने पश्चिम बंगाल में भी इसी तर्ज नागरिकों की पहचान कराने की बात कही है. बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा है कि अगर उनकी पार्टी की सरकार आती है असम की तरह ही बंगाल में भी राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) जारी किया जाएगा.
असम में एनआरसी के सम्पूर्ण मसौदे को जारी करने के समर्थन में उन्होंने कहा कि कुछ नेता 'घड़ियाली आंसू' बहा रहे हैं क्योंकि उन्हें अपनी 'वोट बैंक' की राजनीति के खत्म होने का अंदेशा है.
बता दें कि असम में बहुप्रतीक्षित राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) का अंतिम मसौदा सोमवार को जारी कर दिया गया. असम देश में एक मात्र ऐसा राज्य है जहां एनआरसी जारी किया गया है, जिसमें पूर्वोत्तर राज्य के कुल 3.29 करोड़ आवेदकों में से 2.89 करोड़ लोगों के नाम हैं. जबकि करीब 40 लाख लोग अवैध पाए गए हैं.
अवैध नागरिकों को भेजेंगे बांग्लादेश
दिलीप घोष ने कहा, 'अगर पश्चिम बंगाल में भाजपा सत्ता में आती है तो हमलोग राज्य में भी एनआरसी लागू करेंगे. हमलोग अवैध नागरिकों को बांग्लादेश वापस भेजेंगे. आने वाले दिन मुश्किल भरे हैं. हमलोग किसी अवैध प्रवासी को पश्चिम बंगाल में नहीं बर्दाश्त नहीं करेंगे.'
इतना ही नहीं घोष ने यहां तक कह दिया कि जो लोग अवैध प्रवासियों का समर्थन करते हैं उन्हें भी देश से निकाल बाहर किया जाएगा. घोष ने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुपालन में असम में एनआरसी लागू किया गया है. यह कांग्रेस ही थी जिसने एनआरसी का विचार पेश किया था. अब वे इसके खिलाफ बोल रहे हैं.'
उन्होंने कहा, 'जिन लोगों के नाम अंतिम मसौदे में नहीं हैं वे संशोधन के लिए अपील कर सकते हैं लेकिन हमलोग देश की सुरक्षा एवं अखंडता से कोई समझौता नहीं करेंगे.'
बता दें कि पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने पड़ोसी राज्य असम में एनआरसी को लेकर विरोध जताया है. सीएम ममता बनर्जी ने असम एनआरसी पर कहा कि कई लोगों के पास आधार कार्ड और पासपोर्ट होने के बावजूद उनका नाम ड्राफ्ट में नहीं है और सही दस्तावेजों के बावजूद लोगों को ड्राफ्ट में शामिल नहीं किया गया. ममता का कहना है कि काफी लोगों को सरनेम की वजह से बाहर किया गया है.
ममता फिलहाल जहां असम एनआरसी पर ही सवाल उठा रही हैं, ऐसे में बीजेपी नेता दिलीप घोष का बयान भी काफी महत्वूण है. क्योंकि अगर राज्य में सत्ता परिवर्तन होने की स्थिति में ऐसा कुछ होता है तो सियासत और भी गरमा कर सकती है
Share:

UP में बारिश का कहर, बरेली में मिट्टी के नीचे दबकर 6 लोगों की मौत

यूपी में भारी बारिश के चलते हर दिन मौत का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. नोएडा, गाजियाबाद से लेकर सहारनपुर और बरेली हर तरफ बारिश मौत का सबब बन रही है.
यूपी में बारिश ने मचाई तबाही यूपी में बारिश ने मचाई तबाही
लखनऊ, 31 जुलाई 2018, अपडेटेड 06:43 IST

उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में पिछले 24 घंटे के दौरान हुई बारिश ने कहर बरपा दिया है. बरेली में टेलिफोन के लिए ओएफसी बिछा रहे मजदूरों पर मिट्टी गिर गई, जिसमें दबने से 6 मजदूरों की मौत हो गई. वहीं पहले अलग-अलग इलाकों में 10 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि करीब दस लोग घायल हुए हैं.
बरेली में सोमवार को हुआ हादसा
बरेली के पीलीभीत बाईपास रोड पर टेलीफोन लाइन पर मरम्मत का काम चल रहा था. इसी दौरान वहां मिट्टी की ढांग सरक (भूस्खलन) गई और वहां खड़े 8 लोग मलबे में दब गए. इनमें से 6 लोगों की मौत हो गई, जबकि बाकी दो को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
लखनऊ में भारी बारिश
राजधानी लखनऊ में सोमवार को दिनभर भारी बारिश हुई. जिसे देखते हुए जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने 31 जुलाई को कक्षा 12 तक के सभी स्कूल बंद करने के निर्देश दिये हैं. उन्होंने कहा कि मंगलवार को भारी बारिश की आशंका है, जिसे देखते हुए बच्चों को होने वाली परेशानियों के मददेनजर यह आदेश दिए गए हैं.
राहत आयुक्त संजय प्रसाद ने कहा कि उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में रविवार से हो रही बारिश में दस लोगों की मौत हो गई है जबकि सात अन्य घायल हुए हैं. अब बरेली से 6 लोगों की मौत की घटना और सामने आई है. जिसने राज्य में बारिश के कहर मरने वालों का आंकड़ा बढ़ा दिया है.
उन्होंने बताया कि सोमवार सुबह साढ़े 11 बजे तक मृतकों की संख्या बढ़कर 80 और घायलों की संख्या बढ़कर 84 हो गई. सप्ताह भर में सबसे अधिक 11 मौत सहारनपुर में हुईं. बारिश से जुडी घटनाओं में 44 मवेशियों की मौत हुई और 451 मकान क्षतिग्रस्त हो गए.
Share:

फन्ने खां में बदला 'अच्छे दिन' गाना, क्या निर्माताओं पर था दबाव?

रिलीज से पहले बदले फिल्म के गाने के बोल, जानें क्या बदलाव हुआ.
फन्ने खां फन्ने खां
नई दिल्ली, 30 जुलाई 2018, अपडेटेड 23:02 IST

ऐश्वर्या राय बच्चन, अनिल कपूर और राजकुमार राव स्टारर फिल्म 'फन्ने खां' 3 अगस्त को रिलीज हो रही है, लेकिन इससे पहले फि‍ल्म के एक गाने में बदलाव किया गया है. पहले इस गाने के बोल थे, 'मेरे अच्छे दिन कब आएंगे', लेकिन अब किया गया है 'अच्छे दिन अब आये रे'.
ऐश्वर्या की फन्ने खां की रिलीज फिर बढ़ी आगे, इस फिल्म से होगी क्लैश
'मेरे अच्छे दिन कब आएंगे'  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राजनीतिक अभ‍ियान 'अच्छे दिन' पर हमला माना जा रहा था. अब इस गाने में बदलाव किया गया है. इसकी जगह बोल किए गए हैं 'अच्छे दिन अब आए रे'. इस सबके बीच सवाल पैदा हो रहे हैं कि क्या फन्ने खां के गाने में बदलाव करने के लिए निर्माताओं पर किसी का दबाव था.
Share:

इस डांस चैलेंज ने दुनिया में मचाई धूम, पर भारत में जारी की गई चेतावनी!

डांस चैलेंज किकी डू यू लव मी तेजी से वायरल हो रहा है. दुनिया के बाद भारत में भी तेजी से ये फैल रहा है. इस दौरान कई लोग हादसे का शिकार हो चुके हैं.
डांस चैलेंज किकी डू यू लव मी तेजी से वायरल हो रहा है. डांस चैलेंज किकी डू यू लव मी तेजी से वायरल हो रहा है.
नई दिल्ली, 31 जुलाई 2018, अपडेटेड 06:43 IST

नाचना गाना तो ख़ुशी जाहिर करने का एक तरीका होता है जिसको लेकर किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए! लेकिन डांस अगर इतना जानलेवा हो कि खुद अपनी और दूसरों की जान आफत में पड़ जाये तो ऐसे डांस पे रोक लगाना स्वाभाविक है!  इस डांस का नाम किकी चैलेंज डांस है. अगर आपको नहीं पता कि किकी  चैलेंज किस बला का नाम है तो इस वीडियो को खुद देख लीजिए!
लड़की का क्या हुआ यह तो पता नहीं लेकिन यूपी से लेकर मुम्बई पुलिस तक इसी तरह के घातक चैलेंज वाले कुछ वीडियोज को मुबंई पुलिस और उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपने ट्विटर हैडल पर पोस्ट करते हुए चेतावनी दी ही! मुंबई पुलिस ने कहा कि आपका यह काम न सिर्फ आपके लिए जोखिम भरा है, बल्कि  दूसरों को भी खतरे में डाल सकता है.  इस तरह सार्वजनिक तरीके से उपद्रव न करें. वही यूपी पुलिस ने कहा : प्रिय माता-पिता, चाहे किकी आपके बच्चे से प्यार करे या नहीं, हमें यकीन है कि आप करते हैं! तो कृपया जीवन में सभी चुनौतियों को छोड़कर अपने बच्चों के साथ खड़े रहें"!

क्या है किकी चैलेंजपिछले कुछ दिनों से #KikiChallenge ( किकी चैलेंज ) ने इंटरनेट पर धूम मचा रखी है. इस किकी चैलेंज के लिए लोग चलती कार से नीचे उतर कर नाचना शुरू कर देते है  और कोई दूसरा आदमी उसका वीडियो बनाता है. ऐसे वीडियो को लाखों लोग देख रहे हैं और शेयर कर रहे है. दरअसल  हैशटैग #InMyFeelings  के नाम से जाने जाने वाले इस वीडियो में एक चलती हुई कार से बाहर निकल कर कैनेडियन रैपर और सिंगर ड्रैक के नए हिट एल्बम "स्कॉर्पियन" के गाने "इन माई फेलिंग्स" की लाइनें  "किकी, डू यू लव मी ? आर यू राइडिंग ?" पर लोग डांस करते हुए वीडियो बना रहे और सोशल मीडिया पे अपलोड कर रहे है. इसे हैशटैग #shiggychallenge चैलेंज के नाम से भी जाना जा रहा है. इस वीडियो को इतना पसंद किया जा रहा है कि अगर आप इंटरनेट पर इन दोनों हैशटैग में से कोई भी सर्च करते हैं, तो आपको इस किकी चैलेंज वीडियोज की भरमार दिख जाएगी.

इस गाने का बुखार लोगों पे इस कदर छाया है कि क्या बच्चे, बूढ़े, जवान , न्यूज़ चैनल के स्टूडियोज और  हॉलीवुड, बॉलीवुड की हस्तियां समेत हजारों लोगों ने इस  "किकी चैलेंज"  चुनौती को स्वीकार करते हुए चलती कार से उतरते हुए वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करना शुरू कर दिया है. अमेरिकन एक्टर/सिंगर विल स्मिथ ने  तो बुडापेस्ट के प्रसिद्ध "चेन ब्रिज" के ऊपर चढ़कर इस वीडियो को बनाया तो अमेरिकन सिंगर कायरा अपने पति के साथ साउथ अफ्रीका में केप टाउन के खूबसूरत वादियों में. इसी तरह अमेरिकन एक्टर ला ला अन्थोनी , अमेरिकन कॉमेडियन केविन हार्ट , बॉलीवुड अभिनेता वरुण शर्मा ,अभिनेत्री नूरा फतेही, टीवी कलाकार करिश्मा शर्मा, अदा शर्मा समेत हजारों लोग इस गाने की नक़ल अलग अलग तरीके से करते नज़र आ रहे है.
कई देशों में बैन-जुर्माना, होगी गिरफ्तारी
यह चैलेंज दिखने में जितना मजेदार है, इसके परिणाम अब उतने ही घातक साबित  हो रहे है. ऐसे ही कुछ वाकये हाल के दिनों में देखने को मिल रहे हैं. इसे कई देशो में  बैन तक कर दिया गया है. एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार संयुक्त अरब अमीरात ने इस तरह के वीडियो बनाने वाले के खिलाफ गिरफ्तारी के आदेश के साथ ही $500 जुर्माना भी लगा दिया है. अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है . इजिप्ट, जॉर्डन, इंडोनेशिया, फिलिस्तीन और कई देशों ने भी इस "किकी चैलेंज" वीडियो बनाने पर पाबन्दी लगा दी है. वहीं अमेरिका के नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड ने लोगों को चेतावनी देते हुए इस "किकी चैलेंज" को न करने की हिदायत दी है.
ऐसे हुई इस चैलेंज की शुरुआत
किकी चैलेंज वीडियो की शुरुआत "द शिगी शो " के नाम से इंस्टाग्राम पर प्रसिद्ध इंटरनेट कॉमेडियन "शिगी" द्वारा 30 जून 2018 से शुरू की गई थी. कॉमेडियन शिगी न्यूयॉर्क के सड़क के बीच-में ट्रैक सूट पहनकर  "किकी, डू यू लव मी ? आर यू राइडिंग ?...... गाने पर जबरदस्त तरीके से घुटनों को घुमाते हुए डांस कर इस वीडियो को अपने इंस्टाग्राम प्रोफाइल पर पोस्ट कर दिया था. उसके बाद बताया जा रहा है कि न्यूयॉर्क के प्रसिद्ध फुटबॉलर ओडेल बेकहम जूनियर ने सबसे पहले इस गाने पर कार से उतरते हुए डांस करके अपने इंस्टाग्राम प्रोफाइल से पोस्ट किया था.
इस वीडियो से जितना फायदा इंस्टाग्राम कॉमेडियन "शिगी" को मिला, उतना ही कैनेडियन रैपर और सिंगर ड्रैक को भी मिला.  इस वीडियो के बाद उनके एल्बम स्कॉर्पियन ने भी धूम मचा रखी है. इसके लिए  सिंगर ड्रैक ने इंस्टाग्राम पे कॉमेडियन "शिगी" के साथ तस्वीर पोस्ट करते हुए उन्हें धन्यवाद भी कहा.
इस वीडियो का क्रेज लोगों के ऊपर इस तरह सिर चढ़कर बोल रहा है कि लोग अब अलग-अलग अंदाज़ में भी इसे रिकॉर्ड करने लगे हैं. भारत में इसे अब "किकी, डू यू लव मी? आर यू राइडिंग ?" गाने के बोल कर देशी गाने दिल बर-दिल बर पे भी गा रहे हैं तो वहीं लोग अब इस गाने का मजाक उड़ाते हुए चलती कार के बाहर ऊंट, गाय, गधा और कुत्ते से भी डांस करवा रहे हैं.
एक लड़की ने चलती कार से नीचे उतर कर स्केट पहन कर डांस कर डाला. एक वीडियो में एक ट्विटर यूजर ने ऐसा ही एक वीडियो बनाया, जिसमें वह एक बिजली के खम्भे से टकराते हुए दिखता है. इसी वीडियो को दिखाते हुए मुम्बई पुलिस ने चेतावनी जारी की थी. बाद में उस ट्विटर पर मुंबई पुलिस  ने सफाई देते हुए लिखा " इस वीडियो के लिए क्षमा चाहते हैं, लेकिन यह वीडियो पर्यवेक्षण के तहत किया गया था.  अगर आप किकी का मजा लेना चाहते है तो इंटरनेट पर इस तरह के हज़ारों वीडियो मौजूद हैं, लेकिन इस तरह चलती कार से उतरकर डांस करते हुए वीडियो न बनाएं. ऐसा करना सिर्फ चैलेंज लेने वाले के लिए ही घातक नहीं है, बल्कि रोड पर सफर कर रहे अन्य लोगों के लिए भी ये घातक साबित हो सकता  है. 
पाएं आजतक की ताज़ा खबरें! news लिखकर 52424 पर SMS करें. एयरटेल, वोडाफ़ोन और आइडिया यूज़र्स. शर्तें लागू
सोशल मीडिया की खबरें
AajTak
Assam में 40 लाख लोगों पर छाया नागरिकता जाने का खतरा, जानिये इसके पीछे की पूरी कहानी...
असम के नेशनल सिटीजन रजिस्टर की गिनती में 40 लाख मुसलामानों के नाम नहीं, एक राजनीतिक पार्टी इन्हे कहती है Illegal Immigrants तो कुछ इन्हे मानते हैं भर्ती और चाहते उन्हें राष्ट्रीयता साबित...
Bihar के NMCH के ICU में 2 दिन तक भरा रहा पानी, तैरने लगी मछलियां ! Special Report
देखिये बिहार में प्रशासन की नाकामी की हैरान करने वाली तस्वीरें | ___ About Channel: आज तक भारत का सर्वश्रेष्ठ हिंदी न्‍यूज चैनल है । आज तक न्‍यूज चैनल राजनीति, मनोरंजन, बॉलीवुड, व्यापार...
Yamuna में उफान... Delhi परेशान !
Yamuna पहली ही खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और हरियाणा से आज फिर छोड़ा गए पानी जिसके दिल्ली पहुँचते ही डूबत सकते इलाके | ___ About Channel: आज तक भारत का सर्वश्रेष्ठ हिंदी न्‍यूज...
Bihar में बालिका गृह में बच्चियों से रेप और सरकारी अस्पताल के ICU पानी-पानी, कहाँ...
बिहार में सुशासन राज का ताज सजाने वाले नितीश कुमार के राज में कहीं सरकारी मदद से चलने वाले बालिका ग्रह में हो रहा बच्चियों से रेप तो दूसरी और सरकारी अस्पताल के ICU तक में भरा पानी | आखिर...
Assam के NRC की गिनती पर Supreme Court की निगरानी, तो Hindu-Muslim पर राजनीती क्यों...
असम के नेशनल सिटीजन रजिस्टर की गिनती में 40 लाख मुसलामानों के नाम नहीं, एक राजनीतिक पार्टी इन्हे कहती है Illegal Immigrants तो कुछ इन्हे मानते हैं भर्ती और चाहते उन्हें राष्ट्रीयता साबित...
PM Modi ने फोन पर Pakistan के होने वाले प्रधानमंत्री Imran Khan को दी बधाई | Breaking...
प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान के होने वाले प्रधानमंत्री इमरान खान को फोन पर दी बधाई, भारत-पाक के रिश्ते में सुधार की उम्मीद | ___ About Channel: आज तक भारत का सर्वश्रेष्ठ हिंदी न्‍यूज...
Share:

वायरल टेस्ट: क्या हिंदुओं पर हमले के लिए तलवारें बांट रहा है केरल का ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’

इंडिया टुडे की वायरल टेस्ट टीम ने सोशल मीडिया पर PFI के खिलाफ चेतावनी देने वाली पोस्ट की पड़ताल का फैसला किया. फेसबुक पर ‘भगवा दीवाने’ के नाम से बनाए गए पेज पर अपलोड पोस्ट में लिखा गया है- “सोते रहो हिंदुओ तुम्हारे खिलाफ भीषण रक्तपात की तैयारी कर रहा है मुस्लिम समुदाय.
क्या हिंदुओं पर हमले के लिए तलवारें बांटी जा रहीं हैं क्या हिंदुओं पर हमले के लिए तलवारें बांटी जा रहीं हैं
नई दिल्ली, 26 जुलाई 2018, अपडेटेड 00:10 IST

केरल का संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) आतंकवाद से कथित तौर पर तार जुड़े होने की वजह से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के रडार पर है. इंडिया टुडे की स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम ने बीते साल अपनी जांच में PFI को बेनकाब किया था. इसमें PFI  के हवाला और धर्म परिवर्तन जैसी गतिविधियों से कथित जुड़ाव का भी खुलासा हुआ था. लेकिन क्या ये गैर मुनाफे वाला इस्लामी संगठन भविष्य में हिन्दुओं पर हमले के लिए तलवारों का जमावड़ा कर रहा है? ऐसा ही कुछ आरोप सोशल मीडिया पर वायरल एक पोस्ट में PFI पर लगाया जा रहा है.
इंडिया टुडे की वायरल टेस्ट टीम ने सोशल मीडिया पर PFI के खिलाफ चेतावनी देने वाली पोस्ट की पड़ताल का फैसला किया. फेसबुक पर ‘भगवा दीवाने’ के नाम से बनाए गए पेज पर अपलोड पोस्ट में लिखा गया है- “सोते रहो हिंदुओ, तुम्हारे खिलाफ भीषण रक्तपात की तैयारी कर रहा है मुस्लिम समुदाय. केरल में PFI के जेहादियों की असलाह की फैक्ट्री पर छापा मार भारी मात्रा में हथियारों का जखीरा पकड़ा गया, जहां से पूरे भारत की मस्जिद, मदरसों और मुस्लिम बहुल इलाकों में हथियार भेजे जा रहे हैं.”
पोस्ट में संदेश के साथ तस्वीर में जमीन पर तलवारों और अन्य धारदार हथियारों को बिखरे देखा जा सकता है. साथ ही खांचों पर भी इन्हें रखा हुआ देखे जा सकता है. हमने पड़ताल के तहत सबसे पहले केरल पुलिस का रुख किया. हाई टेक क्राइम इन्कवॉयरी सेल के अधिकारी अनूप वीआर ने पोस्ट को पूरी तरह फर्जी बताते हुए खारिज किया. अनूप ने इंडिया टुडे की वायरल टेस्ट टीम को बताया कि ‘PFI के खिलाफ ऐसा कोई छापा नहीं डाला गया जहां तलवारों को बरामद किया गया हो.’
वायरल टेस्ट टीम ने PFI से भी संपर्क किया. संगठन के महासचिव मोहम्मद बशीर ने कहा कि इस तरह के कथित सूचना मुस्लिम संगठन की छवि खराब करने की कोशिश है. बशीर ने कहा, ‘ये पूरी तरह फर्ज़ी है. पहले ये मलयालम फेसबुक पोस्ट के तौर पर सामने आई थी. ये हमारे संगठन की छवि खराब करने की एक और कोशिश है.’ बशीर के मुताबिक PFI  ने इस पूरे मामले की जानकारी साइबर सेल को दी है.
बशीर ने मलयालम पोस्ट के स्क्रीनशॉट्स को भी साझा किया जिसमें PFI के ऊपर हिंदुओं पर हमले की तैयारी का आरोप लगाया गया है. पोस्ट में लिखा गया है- ‘SDPI के हथियारों का जखीरा जब्त किया गया है. पुलिस दो कमरों में तलवारें भरी देखकर हैरान रह गई. उन्होंने तलवारें बनाने में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल को भी जब्त किया. हिंदुओं, होशियार. पुलिस का कहना है कि और हथियार जब्त किए जाएंगे.’  SDPI यानि सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया PFI का राजनीतिक विंग है.

वायरल टेस्ट से साबित हुआ कि PFI को निशाना बनाने वाली पोस्ट फर्जी है. अब हमने ये पता लगाने की कोशिश की PFI को फर्जी तरीके से जोड़ने वाली तस्वीर का मूल स्रोत क्या है. वायरल टेस्ट ने पता लगाया कि ये तस्वीर पंजाब के पटियाला में स्थित सिखों की कृपाण (सिखो का एक धार्मिक प्रतीक) बनाने की फैक्ट्री ‘खालसा कृपाण’ से ली गई है. फैक्ट्री के मालिक बचन सिंह ने पुष्टि की कि तस्वीर में उन्हीं के गोदाम को दिखाया गया है. बचन सिंह ने हमारे संवाददाता को वो जो जगह भी दिखाई जहां ये तस्वीर ली गई. ये पूछे जाने पर कि किसने ये तस्वीर ली होगी तो बचन सिंह ने कहा कि उनकी फैक्ट्री में कुछ साल पहले पर्यटकों का एक ग्रुप आया था.

बचन सिंह के भाई शिंगारा सिंह ने इंडिया टुडे को बताया, ‘ये स्टोर पिछले 20 साल से है. हम पूरे पंजाब में सामान की आपूर्ति करते हैं. तलवारों को सिख धर्म में कृपाण कहा जाता है. हमारे धर्म में समारोह में किसी को सम्मानित करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है. सिख धर्म के पांच प्रतीकों में शामिल होने की वजह से अमृतधारी सिख छोटी कृपाण हमेशा अपने साथ रखते हैं.’
सिंह ने बताया कि हमारे धार्मिक नेताओं को सम्मानित करने के लिए उन्हें कृपाण सौंपी जाती है. साथ ही मेलों में भी इनकी अदला बदली होती है. लोग इन्हें अपने घरों में रखते हैं और पर्यटक स्मृतिचिह्न के तौर पर इन्हें साथ ले जाते हैं.   
वायरल टेस्ट से साबित हुआ कि PFI को तलवार फैक्ट्री से जोड़ने वाली पोस्ट फर्जी हैं. लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया को क्लीन चिट मिल गई है. इस संगठन के उच्च पदाधिकारी इंडिया टुडे के कैमरे पर बड़े पैमाने पर धर्म परिवर्तन की गतिविधियों और हवाला लेनदेन में शामिल होने की बात कबूल करते कैद हुए थे.
Share:

वायरल टेस्ट: क्या RSS ने आज़ादी से पहले ब्रिटिश क्वीन को दिया था गार्ड ऑफ ऑनर?

आरएसएस की एक फोटो के साथ फोटोशॉप कर कहा जा रहा कि अंग्रेजों को संघ के स्वयंसेवक सलामी दे रहे हैं. फेसबुक पर ब्लैक-एंड-व्हाइट यह फोटो शेयर की जा रही है.
आरएसएस की इसी फोटो के साथ छेड़छाड़ कर दुष्प्रचार किया जा रहा है. आरएसएस की इसी फोटो के साथ छेड़छाड़ कर दुष्प्रचार किया जा रहा है.
नई दिल्ली, 31 जुलाई 2018, अपडेटेड 06:44 IST

सोशल मीडिया पर ऐसी पोस्ट की भरमार देखी जा सकती है जिनमें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) की छवि आजादी से पहले ब्रिटिश हुकूमत के चाटुकार के तौर पर पेश करने की कोशिश की जा रही है.
फेसबुक पर एक ब्लैक-एंड-व्हाइट फोटो शेयर किया जा रहा है जिसमें कथित तौर पर संघ कार्यकर्ताओं को रानी एलिजाबेथ द्वितीय को सलामी देते देखा जा सकता है.

फोटो के साथ लिखा है- रानी को सलामी देते (RSS)…..अंग्रेजों के गुलाम
फोटो के साथ जो लिखा है वो संघ को उपनिवेशी शासकों के ‘दास’ के रूप में दिखाकर उसकी छवि खराब करने की कोशिश है. फोटो के साथ लिखा गया है- “देश की आजादी के पहले की ये तस्वीर गवाही दे रही है. जब देश के लोग आजादी के लिए ल़ड़ रहे थे तो ये लोग अंग्रेजों को ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दे रहे...”
इंडिया टुडे वायरल टेस्ट के तहत फोटो का फैक्ट-चेक किया गया तो पूरा सच सामने आया.

पहला, ऐतिहासिक तथ्य : एलिजाबेथ द्वितीय की ताजपोशी 6 फरवरी,1952 को हुई थी जो कि भारत को आजादी मिलने के करीब साढ़े चार साल के बाद का वाकया है. रानी के तौर पर एलिजाबेथ द्वितीय पहली बार 1961 में भारत आई थीं.
ये तथ्य अपने आप में पर्याप्त है बताने के लिए कि फोटो का जो आजादी से पहले का बता कर जो दावा किया गया है वो गलत है.

वायरल टेस्ट के तहत आगे पड़ताल की गई तो संघ के खिलाफ ऑनलाइन पोस्ट करने वालों की फोटोशॉपिंग के जरिए की गई फोटो से छेड़छाड़ पकड़ में आई. इस फोटो को दो साल पहले भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फैलाया गया था. उस वक्त एबीपी और SM Hoax Slayer जैसी वेबसाइट्स ने फोटो की छेड़छाड़ को पकड़ा था.
दरअसल, फोटो में सलामी देते लोग संघ कार्यकर्ता नहीं बल्कि नाइजीरियाई सैनिक हैं. फोटो में फोटोशॉप से संघ कार्यकर्ताओं को सुपरइम्पोज कर दिया गया है. एलिजाबेथ द्वितीय 1956 में काडुना एयरपोर्ट पहुंची थीं तो नाइजीरियाई सैनिकों ने उन्हें सलामी दी थी.
मूल तस्वीर में एलिजाबेथ द्वितीय को तब नाम बदली हुई क्वीन्स ओन नाइजीरिया रेजीमेंट, रॉयल वेस्ट अफ्रीकन फ्रंटियर फोर्स की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया था.
फेसबुक पर अपलोड की गई फोटो में सुपरइम्पोज करके संघ कार्यकर्ताओं की तस्वीर लगाई गई.

(फोटो- संघ संस्थापक डॉ. केशवराव बलिराम हेडगेवार)
वायरल टेस्ट से साफ हुआ कि फोटोशॉपिंग करके जो तस्वीर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सर्कुलेट की गई, उसका मकसद संघ को ब्रिटिश हुकूमत के समर्थक संगठन के तौर पर दिखाना था.
Share:

रेप के खिलाफ संशोधित कानून लोकसभा में पास, बच्चियों से दुष्कर्म पर होगी फांसी

किरण रिजिजू ने ये भी कहा कि मैं इस बात से सहमत हूं कि कानून से रेप नहीं रोके जा सकते. लेकिन सरकार की प्राथमिकता महिला सुरक्षा है और इसीलिए यह कानून लाया गया है.
लोकसभा में पास हुआ विधेयक लोकसभा में पास हुआ विधेयक
नई दिल्ली, 30 जुलाई 2018, अपडेटेड 21:18 IST

आपराधिक कानून (संशोधन) विधेयक 2018 लोकसभा से पारित हो गया है. इस कानून में 12 साल से कम उम्र की बच्चियों से रेप के दोषियों को मौत की सजा का प्रावधान है. साथ ही 16 साल से छोटी बच्चियों से रेप का दोषी पाए जाने पर कम से कम 20 साल की कठोर सजा का प्रावधान है, जिसे उम्रकैद तक भी बढ़ाया जा सकता है. सोमवार को सभी दलों की सहमति से लोकसभा में यह विधेयक पारित हो गया.
अब यह विधेयक राज्यसभा में पेश किया जाएगा, जहां से पास होने के बाद यह कानून का रूप ले लेगा. यह नया कानून अमल में आने के बाद 12 साल से कम उम्र की बच्चियों से बलात्कार के केस में मौत की सजा दी जाएगी. यह विधेयक 21 अप्रैल को लागू दंड विधि संशोधन अध्यादेश 2018 की जगह लेगा.
विधेयक पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि पिछले कुछ समय में बलात्कार की अनेक घटनाएं सामने आई हैं जिसने देश के मानस को झकझोर दिया है. ऐसे में ऐसे जघन्य अपराध के खिलाफ सख्त प्रावधानों वाला यह विधेयक लाया गया है.
उन्होंने कहा कि बलात्कार की घटना में पीड़िता को तुरंत मुफ्त में प्राथमिक उपचार मुहैया कराया जाएगा और अस्पताल तत्काल पुलिस को सूचित भी करेगा. उन्होंने कहा कि सभ्य समाज में महिला, बहनों और बेटियों की सुरक्षा हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है. हमारी सरकार यौन अपराध के हर मामले में पीड़िताओं को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है.
रिजिजू ने बताया कि नए कानून के तहत जांच पड़ताल में कोई भी पीड़िता से उसके आचरण के बारे में सवाल नहीं पूछ सकता है. उन्होंने कहा कि IPC की शब्दावली के तहत बिल में 16 साल से कम उम्र के लिए भी बच्ची के स्थान पर महिला शब्द का प्रयोग किया गया है.
ओवैसी ने किया फांसी का विरोध
वहीं, इससे पहले सदन में बिल पर चर्चा के दौरान एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि फांसी की सजा का प्रावधान सही नहीं है. उन्होंने कहा कि हमारी अदालतों में जजों की कमी है, लाखों मामले लंबित हैं, ऐसे में यह बिल जमीन पर काम कैसे कर पाएगा. ओवैसी ने कहा कि पुलिस स्टेशनों में शिकायतें ही दर्ज नहीं की जा रही हैं तो दोषियों को सजा कैसे हो पाएगी. उन्होंने कहा कि हमें समाज के नजरिये में बदलाव की जरूरत है क्योंकि रेप कानून से नहीं, पुरुषों की मानसिकता बदलने से रुक सकते हैं.
मोदी सरकार ने किया था संशोधन
अप्रैल, 2018 में मोदी कैबिनेट ने पॉक्‍सो एक्‍ट में संशोधन किया था. जिसके तहत 16 और 12 साल से कम उम्र की बच्‍चियों के साथ बलात्कार के दोषियों को मौत की सजा का प्रावधान किया गया था. पॉक्सो एक्ट में संशोधन के बाद सरकार अध्‍यादेश लाई है, जो आज (30 जुलाई) लोकसभा से पारित हो गया है. अब यह विधेयक राज्यसभा भेजा जाएगा.
Share:

Sunday, July 29, 2018

40 lakh left out of final draft of NCR in Assam, no threat of deportation

New Delhi: Assam has released the final draft of National Register of Citizens or NCR in the state on Monday. 2,89,83, 677 (two crore eighty nine lakhs, eighty three thousand six hundred and seventy seven) people have been found eligible among 3.29 crore total applicants.
Those who have been left out can apply for claims and objections, said State NRC Coordinator Prateek Hajela.
Officials also requested people not to panic if their names did not appear on the list as "all genuine applicants would get ample time for claims and objections".
Officials asserted that this is only a draft, and no one would be deported and punished based on it.
"Based on this draft no reference case will be sent to the foreigner tribunal or put in a detention Centre," said Satyendra Garg, home ministry officer in-charge of the northeast.
Nearly 40 lakh citizens have been left out in the draft list, said Satyendra Garg, Joint Secretary of Northeast Affairs of Ministry of Home Affairs.
Garg said that the citizens who have been left out will be given "opportunity" to prove their citizenship claims.
Prateek Hajela said, "It's a historic day in the country and Assam towards fulfillment of a major milestone of publishing draft under monitoring of Supreme Court. The exercise of the NRC in its scale size is unprecedented."
The NCR has been updated for the first time since 1951 to account for illegal migration into Assam from Bangladesh.
Security has been strengthened and the Centre has sent extra troops to maintain order in the state.
The updated NRC list considers those who can prove they were living in Assam on or before March 21, 1971.
The list has been updated to include the names of descendants of those whose names were in the 1951 list, or those who were in Assam's electoral rolls till March 24, 1971.
The descendants of those who can prove citizenship till March 24, 1971, will also be considered Indian citizens. So will those who came between January 1, 1966 and March 25, 1971, and registered themselves with the Foreigners Registration Regional Officer.
Some 1.9 crore were cleared in the first draft released on December 30.
Share:

Congress condemns Madhya Pradesh officials for pouring 'liquor' into Narmada

Bhopal: At a time when the Madhya Pradesh government is working towards ensuring that liquor shops remain at a distance of over five kilometres from the Narmada, videos purportedly showing state Excise department personnel emptying liquor-filled drums into the river have raised the hackles of the opposition Congress.
The party has condemned the incident, which happened in Dhar district on Friday, and said action should be initiated against the Excise officials for making the river, the state's lifeline, "impure".
Videos, which have since gone viral on the social media, show men in khaki, apparently from the Excise department, emptying the contents of drums seized during anti-illicit liquor drive into the river.
The department, on its part, has denied that the men poured liquor into the river and claimed that it was only the additive, a primary ingredient in the manufacture of such alcohol that had been released.
"The 'masala' (additive) from which the liquor is made has been dumped into pits by the side of the Narmada. We are well aware of the river's sanctity and would never do anything to make it impure," Dhar Assistant Excise Officer Sharad Chandra Nigam said on Sunday.
However, former state Congress spokesperson KK Mishra said, "The officials have committed an offence by dumping liquor into the holy river. This act has hurt the religious feelings of Hindus."
He also accused the Excise department of polluting the river and making it impure.
The Narmada, considered one of the seven sacred rivers by Hindus, is at the centre of a massive tree-plantation as well as anti-liquor drive by the BJP government in the state.
The government is taking steps to shut the liquor shops located within five kilometres of the banks of the Narmada so that the river does not become the recipient of such effluents.
While Chief Minister Shivraj Singh Chouhan had earlier embarked on a six-month "Narmada Seva Yatra" that ended in May last year, senior Congress leader Digvijay Singh had completed a six-month, 3,300-kilometre circumambulation of the river in April this year.
Share:

Assam NRC Released: 40,07,708 Applicants Left Out

Out of 3,29,91,385 applicants 2,89,83,677 have been found eligible for inclusion in complete draft of NRC, that was released in Guwahati at 10 am on Monday, 30 July. This means that the names of 40,07,708 have been left out.
Assam has been on high alert as over 1 crore people awaited their fate to see if they would be included in the final draft of the National Register of Citizens (NRC).
The NRC will be released online and in all the NRC Sewa Kendras (NSK) across the state at 10 am.
  • The NRC will feature the names, addresses and photographs of all Indian citizens, who have been residing in the Northeastern state before 25 March 1971
  • Out of 3,29,91,385 applicants 2,89,83,677 have been found eligible for inclusion in complete draft of NRC
  • 40,07,708 Applicants have been left out of the final NRC draft
  • Those left out will have the option to file an online application on the NRC website or by visiting a NRC Seva Kendra
  • No one will be treated as a foreigner if his or her name does not appear in the NRC draft, Assam CM Sarbananda Sonowal has said
Final NRC to be Announced in December, 2018
Those applicants who were left out of the NRC final draft, will have the option to file an online application on the NRC website or by visiting a NRC Seva Kendra.
The final NRC list is scheduled to be announced in December 2018, the authorities addressing the Press Conference, said.
Reasons for Rejection Not Made Public: State Coordinator
The State Coordinator, Prateek Haleja said that the reasons for why the names of the 40,07,708 have been left out of the final draft, will not be disclosed publicly by the authorities.
He said that each of these applicants would be individually told the reason behind the same, when they approach the relevant authorities on 7 August.
Adding to this, the Registrar General said: "Every person whose name was in the first draft but is missing from final draft, will be given an individual letter to file claim for her or his non-inclusion, during the claims and objections process."
Only Claims & Objections to be Addressed Now: Registrar General of India
Responding to a question regarding the current status of those whose names have not been included in the final draft, the Registrar General of India said:
"At this moment there will be no other action. Only claims and objections will be addressed, until the final list is drawn up...Till the final list is published later this year status quo remains. They will not be looked at Indian citizens nor as foreigners- they will merely be looked at as 'applicants'."
He also stated: "Based on this draft there is no question of any reference to Foreigners Tribunal or any person being taken to the detention centre."
2,89,83,677 Applicants Found Eligible
Out of 3,29,91,385 applicants 2,89,83,677 have been found eligible for inclusion in complete draft of NRC.
40,07,708 people don't make it to the list.
"This is just a draft, and not the final list. The people who are not included can make claims and objections," the State Coordinator said.
Press Conference at NRC Office in Guwahati Begins
The Press Conference in Guwahati, where the final draft of the NCR list is to be announced, has begun.
Share:

महिला हॉकी वर्ल्ड कप: अमेरिका को ड्रॉ पर रोककर प्लेऑफ में भारत

भारत की कप्तान रानी रामपाल ने मैच में बराबरी दिलाई. उन्होंने 31वें मिनट में यह गोल किया और हॉकी वर्ल्ड कप में भारत की उम्मीदें जिंदा रखीं.
गेंद पर कब्जा करने की जोर आजमाइश गेंद पर कब्जा करने की जोर आजमाइश
लंदन, 29 जुलाई 2018, अपडेटेड 30 जुलाई 2018 00:17 IST

भारतीय महिला हॉकी टीम ने रविवार को अपने आखिरी ग्रुप मैच में अमेरिका को 1-1 से ड्रॉ पर रोककर विश्व कप के प्लेऑफ में प्रवेश कर लिया. भारत के तीन मैचों में दो अंक रहे.
पूल-बी से आयरलैंड दो मैचों में छह अंकों के साथ सीधे क्वार्टर फाइनल में पहुंची. वहीं, मेजबान टीम इंग्लैंड के भी दो मैचों में दो अंक है और अब वह भी प्लेऑफ खेलेगी.
पूल-बी के इस मैच में अमेरिका के लिए पाओलिनो माग्वाक्स ने 11वें और भारत के लिए कप्तान रानी रामपाल ने 31वें मिनट में गोल किया.
'करो या मरो' के इस मैच में भारत को पहले क्वार्टर में सातवें, 14वें और 15वें मिनट में तीन पेनल्टी कॉनर्र मिले, जिसका टीम फायदा नहीं उठा सकी. वहीं, अमेरिका ने 11वें मिनट में मैदानी गोल कर 1-0 की बढ़त हासिल कर ली. अमेरिका के लिए यह गोल पाओलिनो माग्वाक्स ने किया.
दूसरे क्वार्टर में अमेरिका को 18वें, 28वें और 30वें मिनट में तीन पेनल्टी कॉनर्र मिले. लेकिन उसके खिलाड़ी इसे गोल में भुनाने में नाकाम रहे. हालांकि भारतीय टीम भी 19वें मिनट में मिले पेनल्टी कार्नर का फायदा नहीं उठा सकी और पहला हाफ 1-0 से अमेरिका के नाम रहा.
दूसरे हाफ में भारत ने बेहतरीन वापसी की. 31वें मिनट में मिले पांचवें पेनल्टी कॉर्नर को कप्तान रानी रामपाल ने गोल में बदलकर भारत को 1-1 की बराबरी पर ला दिया. भारत ने इस तरह तीसरे क्वार्टर का समापन 1-1 की बराबरी के साथ किया.
चौथा और निर्णायक क्वार्टर दोनों ही टीमों के लिए काफी अहम हो गया. 47वें मिनट में भारत को छठा पेनल्टी कॉर्नर मिला, जो बेकार चला गया. हालांकि भारतीय खिलाड़ियों ने अपना आक्रमण जारी रखा.
मुकाबले में इसके बाद और कोई गोल नहीं हो सका और भारत ने अमेरिका को 1-1 से ड्रॉ पर रोककर प्लेऑफ में अपना स्थान पक्का कर लिया.
Share:

NewsWrap: असम में आज आएगा NRC का फाइनल ड्राफ्ट, पढ़ें सुबह की बड़ी खबरें

असम में आज नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (एनआरसी) का अंतिम ड्राफ्ट जारी होगा. इसके चलते असम में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ने की वजह से निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. पढ़िए सोमवार सुबह की बड़ी खबरें.
प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर

30 जुलाई 2018, अपडेटेड 09:03 IST

1- असम में आज आएगा NRC का फाइनल ड्राफ्ट, सुरक्षाबलों की 220 कंपनियां तैनात
असम में आज नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (एनआरसी) का अंतिम ड्राफ्ट जारी किया जाएगा. इसके चलते पूरे राज्य में सुरक्षा के बेहद सख्त इंतजाम किए गए हैं. ऐहतियातन सीआरपीएफ की 220 कंपनियों को भी तैनात कर दिया गया है. एनआरसी के राज्य समन्वयक प्रतीक हाजेला के मुताबिक मसौदे को ऑनलाइन और समूचे राज्य के सभी एनआरसी सेवा केन्द्रों (एनएसके) में सुबह दस बजे प्रकाशित कर दिया जाएगा. इससे पहले इसे दोपहर तक जारी करने की बात हो रही थी.
2- चेन्नई: करुणानिधि की तबीयत में सुधार, रातभर अस्पताल के बाहर जुटे रहे कार्यकर्ता
डीएमके अध्यक्ष एम. करुणानिधि की तबीयत बिगड़ने के बाद अब उनकी हालत में सुधार बताया जा रहा है. अस्पताल की तरफ से रात में जारी हेल्थ बुलेटिन में करुणानिधि की हालत में सुधार के संकेत की बात कही गई है. पूर्व केंद्रीय मंत्री ए राजा ने सोमवार को बताया उनकी स्थिति स्थिर है और अभी बेहतर है.
3- सावन की पहली सोमवारी पर उमड़े श्रद्धालु, जानें पूजा की विधि
आज सावन की पहली सोमवारी है. देशभर के मंदिरों में इस मौके पर श्रद्धालु भगवान शिव का जलाभिषेक कर रहे हैं. पूरा पूरा श्रावण मास जप,तप और ध्यान के लिए उत्तम होता है, पर इसमें सोमवार का विशेष महत्व है. सोमवार का दिन चन्द्र ग्रह का दिन होता है और चन्द्रमा के नियंत्रक भगवान शिव हैं. अतः इसदिन पूजा करने से न केवल चन्द्रमा बल्कि भगवान शिव की कृपा भी मिल जाती है.
4- पत्नी ने लगा ली फांसी, पति बनाता रहा लाइव वीडियो
ससुराल में दहेज के लिए प्रताड़ना से आजिज आकर मथुरा में एक विवाहिता ने फांसी लगा ली. फांसी लगाने के दौरान विवाहिता का पति उसे रोकने की बजाए वीडियो बनाता रहा.
पुलिस के अनुसार थाना हाईवे क्षेत्र की बुद्ध विहार कॉलोनी में गुरुवार रात विवाहिता ने फांसी लगाई. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस व युवती के परिजन रात में ही उसके घर पहुंच गए थे.
5- दिल्ली: लगातार बढ़ रहा यमुना का जलस्तर, बंद किया गया 'लोहा पुल'
दिल्ली में यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. पानी खतरे के निशान से ऊपर पहुंच चुका है, जिसके चलते राजधानी के कई इलाकों पर इसकी चपेट में आने का खतरा मंडरा रहा है. इस बीच यमुना पर बने दिल्ली के मशहूर 'लोहे का पुल' पर यातायात बंद कर दिया गया है. इधर देर रात हुई बारिश से यमुना का जलस्तर कुछ और बढ़ गया है. देर रात तेज हवा के साथ बारिश हुई. इससे कुछ जगहों पर पेड़ गिरने की भी खबर है.
Share:

Side

Popunder

Blog Archive

ok

Definition List

Unordered List

Support