रायपुर
में एक लड़की के साथ गैंगरेप की घटना हुई, लेकिन पुलिस को घटना पर विश्वास
नहीं हो रहा है. हालांकि लड़की के आरोप पर पुलिस ने शिकायत दर्ज कर लिया
है और जांच भी जारी है.
रायपुर पुलिस
सुनील नामदेव [Edited by: सुरेंद्र कुमार वर्मा]
रायपुर, 30 अगस्त 2018, अपडेटेड 00:26 ISTरायपुर में सरेराह एक लड़की के साथ गैंगरेप की घटना हो गई. राखी के दिन देर शाम पीड़ित लड़की अपने घर से बाहर निकली थी. उसका दावा है कि वो त्योहार मनाने के लिए अपने भाई के घर गई थी, लेकिन वहशी दरिंदों ने उसकी इज्जात तार-तार कर दी.
हालांकि पीड़ित लड़की का आरोप पुलिस की गले नहीं उतर रही है. बावजूद इसके पुलिस ने पीड़ित लड़की के बयानों के आधार पर गैंगरेप का मामला दर्ज कर लिया है. उसके बताए गए तथ्यों के आधार पर आरोपियों की तलाश की जा रही है.
रायपुर के मुजगहन थाना प्रभारी एलडी दिवान के मुताबिक पुरानी बस्ती इलाके में रहने वाली 24 वर्षीय युवती रविवार की शाम अपने भाई को राखी बांधने के लिए बोरियाखुर्द टॉउनशिप के लिए निकली थी.
संतोषी नगर में सिटी बस से उतरकर वह पैदल बोरियाखुर्द आरडीए कॉलोनी की ओर जा रही थी. रास्ते में युवती ने ऑटो को रोका. उसमें तीन लोग सवार थे. युवती भी उसमें बैठ गई.
पीड़िता के मुताबिक जब वह ऑटो में बैठी तो ऑटो चालक आरडीए कॉलोनी की तरफ ना मोड़ ऑटो को कांदुल की ओर मोड़ दिया. उसने बताया कि इस पर जब उसने टोका तो ऑटो में सवार दो युवकों ने हाथ-पैर पकड़कर मुंह दबा दिया और अंधेरा होते तक घुमाते रहे. इसके बाद दतरेंगा में एक खेत में बने खाली मकान में युवकों ने उस लड़की के साथ दुष्कर्म किया.
पीड़ित लड़की के इस बयान की भी पुलिस तस्दीक कर रही है. दिवान के मुताबिक इस घटना के बाद पीड़ित लड़की को मौके पर ही छोड़ के आरोपी फरार हो गए. उन्होंने बताया कि पीड़ित लड़की ने पुरी रात घटनास्थल पर ही गुजारी.
उन्होंने कहा कि अगली सुबह वह किसी तरह थाने पहुंची और उसने पुलिस को अपनी आपबीती सुनाई. उसके बयान के आधार पर दो आरोपियों की शिनाख्त की जा रही है. इसके लिए इलाके के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं.
फिलहाल पीड़ित लड़की का मेडिकल टेस्ट कराया गया है. इसकी रिपोर्ट अभी प्राप्त नहीं हुई है. पुलिस ने अपराध दर्ज करने के बाद कुछ ऑटो चालकों से भी पूछताछ की है. आमतौर पर जिस इलाके में यह वारदात की घटना हुई है, वह इलाका राहगीरों से भरा पड़ा है. इस इलाके में वीरानी ना होकर झुग्गी, झोपड़िया, बस्तियां और कई कॉलोनी हैं.
ऐसे में लड़की ने अपने बचाव की कोशिश या शोरगुल क्यों नहीं मचाया. यह पुलिस को समझ से परे नजर आ रहा है. पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने पीड़ित लड़की को हथियार भी नहीं दिखाया. ऐसे में लड़की के डरे सहमे घंटों तक ऑटो रिक्शा की सवारी करना और घटना स्थल में पूरी रात गुजरना गले से नहीं उतर रहा है.
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