पंकजा बोलीं- मेरे पास होती आरक्षण की फाइल तो फैसले में ना होती देरी
मुंडे की ओर से फडणवीस पर यह अप्रत्यक्ष निशाना ऐसे
समय आया है जब शिवसेना सांसद संजय राउत ने दावा किया है कि कल मराठा आंदोलन
हिंसक होने के बाद 'भाजपा के भीतर' मुख्यमंत्री को बदलने की बात हो रही है.

aajtak.in [Edited By: मोहित ग्रोवर]
नई दिल्ली, 27 जुलाई 2018, अपडेटेड 02:35 IST
मराठा आरक्षण को लेकर
महाराष्ट्र में पिछले कुछ दिनों से हिंसक प्रदर्शन हो रहा है. इस मुद्दे पर
राजनीति भी खुले तौर पर हो रही है. लेकिन इसी बीच अपनी ही सरकार पर निशाना
साधते हुए कैबिनेट मंत्री पंकजा मुंडे ने बड़ा बयान दिया. गुरुवार को
पंकजा मुंडे ने कहा कि अगर वह इस मुद्दे की प्रभारी होती तो निर्णय लेने
में बिल्कुल भी देरी नहीं करती.
मुंडे ने बीड़ जिले के पारली में मराठा प्रदर्शनकारियों
से कहा कि मराठा आरक्षण की फाइल यदि मेरी मेज पर होती, मैं उसे एक पल के
लिए भी विलंबित नहीं करती. इस मुद्दे पर इसलिए देरी हो रही है क्योंकि यह
उच्च न्यायालय में लंबित है.
भाजपा नेता एवं ग्रामीण विकास मंत्री मुंडे ने
प्रदर्शनकारियों से कहा कि वह उन्हें सुनने के लिए आयी हैं और वह उन्हें
कोई समझौता करने के लिए नहीं कहेंगी. मुंडे की ओर से फडणवीस पर यह
अप्रत्यक्ष निशाना ऐसे समय आया है जब शिवसेना सांसद संजय राउत ने दावा किया
है कि कल मराठा आंदोलन हिंसक होने के बाद 'भाजपा के भीतर' मुख्यमंत्री को
बदलने की बात हो रही है.
बता दें, मराठा समुदाय
के लिए आरक्षण की मांग को लेकर चल रहा राज्यव्यापी प्रदर्शन हिंसक होने
के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस पूरे मामले पर
बयान दिया था. उन्होंने कहा कि सरकार ने मराठा समुदाय के विरोध का संज्ञान
लिया है और इस पर कई फैसले लिए हैं. सरकार उनसे बात करने के लिए तैयार है.
उन्होंने कहा कि सरकार ने मराठा समुदाय के आरक्षण के
लिए कानून बनाया था लेकिन बॉम्बे हाईकोर्ट ने उसपर स्टे लगा दिया था.
गौरतलब है कि मराठा आरक्षण को लेकर मराठी समुदाय के लोग पिछले चार दिनों से
सड़कों पर हैं, इस दौरान उन्होंने राज्यों ने कई हिस्से में हिंसक
प्रदर्शन किया.
0 comments:
Post a Comment