राफेल
डील का मुद्दा दिन प्रति दिन बढ़ा होता जा रहा है. कांग्रेस ने अपने
प्रवक्ताओं की टीम को इस मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी को घेरने के लिए
मैदान में उतारा है.
अमित शाह, राहुल गांधी (फाइल फोटो, Getty)
aajtak.in [Edited By: मोहित ग्रोवर]
नई दिल्ली, 30 अगस्त 2018, अपडेटेड 08:53 IST
राफेल डील के मुद्दे पर
कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी में अब आर-पार की लड़ाई चल रही है. इस
लड़ाई में अब देश की दो सबसे बड़ी पार्टियों के अध्यक्ष एक दूसरे पर वार कर
रहे हैं. बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्विटर से वार किया, तो अमित शाह ने भी ट्विटर से ही जवाब दिया.
दरअसल, इसकी शुरुआत वित्त मंत्री अरुण जेटली के ब्लॉग से हुई. जिसमें उन्होंने राहुल गांधी से 15 सवाल पूछे थे, इसका जवाब देते हुए राहुल ने ट्वीट किया कि "ग्रेट राफेल रॉबरी
पर फिर से देश का ध्यान दिलाने के लिए शुक्रिया जेटली जी. क्यों न इस
मामले को निपटाने के लिए संयुक्त संसदीय समिति से जांच करा ली जाए?
राहुल ने लिखा कि समस्या यह है कि आपके सुप्रीम लीडर
अपने दोस्त को बचाने की कोशिश कर रहे हैं, और इसलिए थोड़ी तकलीफ हो सकती
है. पता कर लीजिए, और 24 घंटे में जवाब दीजिए. हम इंतज़ार कर रहे हैं".
राहुल गांधी का जवाब देते हुए अमित शाह ने लिखा कि 24
घंटे का इंतजार क्यों करना जब आपके पास अपनी जेपीसी- झूठी पार्टी कांग्रेस
है. देश को मूर्ख बनाने वाले आपके झूठ स्वप्रमाणित हैं, जब आप दिल्ली,
कर्नाटक, रायपुर, हैदराबाद, जयपुर और संसद में राफेल की अलग-अलग कीमत बताते
हैं. लेकिन देश की बुद्धिमत्ता (IQ) आपसे ज्यादा है.
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