अफ्रीका: BRICS से इतर जिनपिंग-पुतिन से मिले PM मोदी, कई मुद्दों पर की बात
भारत चीन से काफी मात्रा में आयात करता है लेकिन निर्यात की मात्रा कम है,
मोदी सरकार इस अंतर को कम करना चाहती है. आने वाले 1-2 अगस्त को भारत का एक
डेलिगेशन इस मसले पर बात करने चीन जाएगा.

aajtak.in [Edited By: मोहित ग्रोवर]
नई दिल्ली, 27 जुलाई 2018, अपडेटेड 04:15 IST
तीन अफ्रीकी देशों की
यात्रा पर निकले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब दौरे के अंतिम पड़ाव पर हैं.
गुरुवार को प्रधानमंत्री ने 10वें ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लिया और इसे
संबोधित भी किया. ब्रिक्स देशों की बैठक से इतर पीएम मोदी ने यहां
जोहानिसबर्ग में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति
व्लादिमीर पुतिन से द्विपक्षीय वार्ता भी की. हाल के दिनों में हुई ये तीन
बड़े देशों की दूसरी मुलाकात है. कुछ ही महीने पहले पीएम मोदी रूस और चीन
की यात्रा पर गए थे.
गुरुवार को प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिक्स बैठक के बाद
चीनी राष्ट्रपति से द्विपक्षीय वार्ता की. विदेश मंत्रालय के अनुसार, दोनों
नेताओं ने बॉर्डर की स्थिति पर विस्तृत रूप से बात की और ये तय किया कि
दोनों देशों की सेनाओं को सीमा पर शांति बनाने की कोशिश करनी चाहिए. इसके
अलावा पीएम ने भारत की ओर से निर्यात का मुद्दा भी उठाया.
भारत चीन से काफी मात्रा में आयात करता है लेकिन
निर्यात की मात्रा कम है, मोदी सरकार इस अंतर को कम करना चाहती है. आने
वाले 1-2 अगस्त को भारत का एक डेलिगेशन इस मसले पर बात करने चीन जाएगा.
आपको
बता दें कि इसी साल अप्रैल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक इन्फॉर्मल
समिट के तहत चीन गए थे. चीन के वुआन में दोनों देशों के सर्वोच्च नेताओं ने
कई मसलों पर बात की थी, ये मुलाकात बिना किसी एजेंडे की थी. यही कारण रहा
कि दोनों देशों ने हर मुद्दे पर बिना झिझक के अपनी बात रखी. जिनपिंग से
मुलाकात के दौरन भी पीएम ने दोनों देशों के रिश्तों पर बात की.
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के अलावा पीएम मोदी रूस के
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी मिले. इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि
सोची यात्रा के दौरान जिस तरह उन्होंने उनका स्वागत किया था, वह उनके
शुक्रगुजार हैं.
पीएम मोदी और पुतिन ने एक दूसरे को भरोसा दिलाया कि
दोनों देश भविष्य में भी साथ मिलकर काम करेंगे. गौरतलब है कि चीन यात्रा की
तर्ज पर प्रधानमंत्री मोदी ने रूस के सोची की यात्रा की थी और इन्फॉर्मल
समिट में हिस्सा लिया था.
आपको
बता दें कि इससे पहले गुरुवार सुबह ब्रिक्स देशों की बैठक के दौरान
प्रधानमंत्री ने अपना एजेंडा सभी देशों के सामने रखा. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
ने दुनिया को और बेहतर बनाने में औद्योगिक, प्रौद्योगिकी, कौशल विकास तथा
बहुपक्षीय सहयोग के महत्व पर बल दिया. मोदी ने जोहानिसबर्ग ब्रिक्स शिखर
सम्मेलन में कहा कि दुनिया में विकसित की जा रही नई औद्योगिक प्रौद्योगिकी
और परस्पर संपर्क के डिजिटल तरीके हमारे लिए अवसर भी हैं और चुनौती भी.
बता दें कि दक्षिण अफ्रीका दूसरी बार ब्रिक्स सम्मेलन
की मेजबानी कर रहा है. ब्रिक्स सम्मेलन में वैश्विक मुद्दों, अंतरराष्ट्रीय
शांति एवं सुरक्षा, वैश्विक शासन और व्यापार संबंधी मुद्दों समेत कई
मामलों पर चर्चा हुई. इस दौरान पीएम ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग समेत
ब्रिक्स के कई अन्य नेताओं से मुलाकात की. ब्रिक्स समूह में ब्राजील, रूस,
भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं.
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